
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए हालिया आतंकी हमले ने पूरे देश को शोक में डुबो दिया है। इस भयावह घटना में लगभग 26 निर्दोष हिंदू पर्यटकों की जान चली गई, जिसने हर भारतीय के दिल को झकझोर कर रख दिया है। लेकिन इसी गंभीर माहौल में टीवी इंडस्ट्री के लोकप्रिय जोड़े, दीपिका कक्कड़ और शोएब इब्राहिम, अपनी सोशल मीडिया एक्टिविटी को लेकर विवादों में घिर गए हैं।
घटना के बाद व्लॉग प्रमोशन बना ट्रोलिंग का कारण
कथित तौर पर दीपिका और शोएब हमले से कुछ समय पहले ही अपने बेटे रूहान के साथ कश्मीर से रवाना हो चुके थे। हालांकि, जैसे ही हमले की खबर सामने आई, फैन्स ने उनकी सुरक्षा को लेकर चिंता जताई। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए शोएब ने इंस्टाग्राम स्टोरी के माध्यम से अपने परिवार की सलामती की जानकारी दी। लेकिन इसी स्टोरी में “नया व्लॉग जल्द आ रहा है” जोड़ना सोशल मीडिया यूजर्स को नागवार गुज़रा।

लोगों का गुस्सा: ‘संवेदनहीनता की हद पार’
कई सोशल मीडिया यूजर्स ने शोएब और दीपिका को जमकर आड़े हाथों लिया। लोगों का कहना है कि जब देश एक त्रासदी से गुजर रहा है, तब किसी भी तरह का प्रमोशनल कंटेंट असंवेदनशीलता का प्रतीक है। एक यूजर ने तीखी प्रतिक्रिया में लिखा, “देश में मातम पसरा है और इन्हें अपने व्लॉग्स की पड़ी है।” वहीं एक अन्य यूजर का कहना था, “कम से कम ऐसे समय में प्रचार से परहेज तो किया जा सकता है।”
विवाद ने पकड़ा तूल, सोशल मीडिया पर उठी बहिष्कार की मांग
स्थिति इतनी गंभीर हो गई कि ट्विटर और इंस्टाग्राम जैसे प्लेटफॉर्म्स पर ‘बहिष्कार करो दीपिका-शोएब’ जैसे हैशटैग ट्रेंड करने लगे हैं। कई यूजर्स ने कपल पर ‘पब्लिसिटी के लिए कुछ भी’ करने का आरोप लगाया। लोगों का मानना है कि अगर सिर्फ सुरक्षा का आश्वासन दिया जाता, तो प्रतिक्रिया इतनी तीखी नहीं होती।
क्या कहता है यह विवाद?
यह पूरी घटना एक बार फिर यह सोचने पर मजबूर करती है कि सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स को सार्वजनिक मंचों पर कैसे और कब अपनी बात रखनी चाहिए। संवेदनशील समय में ‘सही बात को सही तरीके से’ कहने का महत्व सोशल मीडिया पर और भी अधिक हो जाता है।