
मुंबई | 26 मार्च 2025 – मशहूर कॉमेडियन कुणाल कामरा एक बार फिर विवादों में घिर गए हैं। हाल ही में मुंबई के हैबिटैट कॉमेडी क्लब में किए गए उनके प्रदर्शन के कारण उन्हें राजनीतिक और कानूनी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।
क्या है पूरा मामला?
कुणाल कामरा ने अपने शो में महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को लेकर एक व्यंग्यात्मक गीत प्रस्तुत किया। इस गीत में उन्होंने शिंदे को “गद्दार” कहा, जो 2022 में उद्धव ठाकरे की शिवसेना से अलग होकर नई सरकार बनाने के संदर्भ में था।
राजनीतिक प्रतिक्रिया और विरोध
कामरा के इस व्यंग्य पर एकनाथ शिंदे समर्थकों ने तीखी प्रतिक्रिया दी। शिवसेना (शिंदे गुट) के कार्यकर्ताओं ने मुंबई के हैबिटैट कॉमेडी क्लब में तोड़फोड़ की, जिससे क्लब को अस्थायी रूप से बंद करना पड़ा। इस घटना के बाद मुंबई पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 12 लोगों को गिरफ्तार किया, हालांकि बाद में उन्हें जमानत दे दी गई।
कामरा को धमकियां और पुलिस जांच
कॉमेडियन कुणाल कामरा ने दावा किया कि उन्हें करीब 500 धमकी भरे कॉल आ चुके हैं, जिनमें से कुछ में उन्हें शारीरिक नुकसान पहुंचाने की धमकियां दी गई हैं। इस विवाद को देखते हुए मुंबई पुलिस ने कामरा के खिलाफ संभावित मानहानि के तहत जांच शुरू कर दी है और उन्हें पूछताछ के लिए बुलाया गया है।
शिंदे की प्रतिक्रिया
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने इस विवाद पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि आलोचना और व्यंग्य की भी एक सीमा होती है। उन्होंने कामरा के बयान को ‘सुपारी’ लेने जैसा करार दिया और कहा कि इस तरह की टिप्पणियों पर प्रतिक्रिया आना स्वाभाविक है।
कामरा का रुख
कुणाल कामरा ने स्पष्ट कर दिया है कि वे अपने विचारों पर कायम हैं और किसी भी राजनीतिक दबाव के आगे झुकने वाले नहीं हैं। उन्होंने बयान दिया कि वह इस विवाद से डरकर पीछे नहीं हटेंगे और अपने व्यंग्य के माध्यम से सच्चाई बोलते रहेंगे।
अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर बहस
यह मामला एक बार फिर भारत में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर बहस को जन्म दे रहा है। कलाकारों और कॉमेडियनों को अपने विचार रखने की कितनी स्वतंत्रता होनी चाहिए, और क्या राजनीतिक व्यंग्य की सीमाएं तय की जानी चाहिए? यह सवाल अब सार्वजनिक चर्चा का विषय बन गया है।