

बॉलीवुड एक्ट्रेस पत्रलेखा अपनी आगामी फिल्म ‘फुले’ को लेकर चर्चा में हैं। यह फिल्म महान समाज सुधारक ज्योतिराव फुले और सावित्रीबाई फुले की प्रेरणादायक कहानी पर आधारित है। फिल्म में पत्रलेखा, सावित्रीबाई फुले का किरदार निभा रही हैं, जबकि अभिनेता प्रतीक गांधी, ज्योतिराव फुले के रोल में नजर आएंगे।
क्यों खास है ‘फुले’ की कहानी?
‘फुले’ केवल एक बायोपिक नहीं, बल्कि एक क्रांतिकारी आंदोलन की गाथा है। ज्योतिराव और सावित्रीबाई फुले ने उस दौर में शिक्षा और समानता के लिए संघर्ष किया, जब समाज में महिलाओं और दलितों को शिक्षा से वंचित रखा जाता था। सावित्रीबाई फुले भारत की पहली महिला शिक्षिका बनीं और उन्होंने लड़कियों के लिए स्कूल खोले, जिससे समाज में शिक्षा का नया अध्याय शुरू हुआ।
हाल ही में, पत्रलेखा ने इस फिल्म की स्क्रिप्ट पढ़ने के अपने अनुभव को साझा किया और बताया कि जब उन्होंने पहली बार इसे पढ़ा, तो वह हैरान और भावुक हो गई थीं। उन्होंने कहा,
“जब मैंने ‘फुले’ की स्क्रिप्ट पढ़ी, तो मैं बेहद प्रभावित हुई। यह केवल एक फिल्म की कहानी नहीं, बल्कि इतिहास का एक ऐसा पन्ना है, जिसे हर किसी को जानना चाहिए। मुझे यह जानकर हैरानी हुई कि इतने महान समाज सुधारकों के संघर्ष और बलिदान के बारे में हम बहुत कम जानते हैं।“
पत्रलेखा को सावित्रीबाई फुले का किरदार निभाने पर गर्व
पत्रलेखा के अनुसार, सावित्रीबाई फुले का किरदार निभाना उनके करियर के सबसे चुनौतीपूर्ण और गर्व से भरे अनुभवों में से एक है। उन्होंने कहा,
“यह किरदार मेरे दिल के बेहद करीब है। सावित्रीबाई फुले केवल एक समाज सुधारक नहीं थीं, बल्कि वह साहस, धैर्य और ज्ञान की शक्ति का प्रतीक थीं। उनकी कहानी को पर्दे पर उतारना मेरे लिए एक बड़ी जिम्मेदारी है।“
कब होगी रिलीज़?
मूवी का ट्रेलर हाल ही में रिलीज किया गया है। वहीं मूवी में दोनों की दमदार केमिस्ट्री ने फैंस का दिल जीत लिया। पत्रलेखा और प्रतीक ने सराहनीय रूप से अपने किरदारों को निभाते नजर आ रहे हैं।इस मूवी को अनंत महादेवन ने डायरेक्ट किया है। ये 11 अप्रैल को सिनेमाघरों में दस्तक देने जा रही है।
फिल्म से क्या उम्मीदें हैं?
फैंस और फिल्म क्रिटिक्स को इस फिल्म से काफी उम्मीदें हैं, क्योंकि यह एक ऐसी ऐतिहासिक शख्सियतों पर आधारित है, जिनके योगदान को अभी भी पूरी तरह से नहीं सराहा गया है। फिल्म में पीरियड ड्रामा, भावनात्मक गहराई और सशक्त संदेश देखने को मिलेगा, जो दर्शकों को प्रभावित कर सकता है।
क्या आपको भी इस फिल्म का इंतजार है? सावित्रीबाई और ज्योतिराव फुले के संघर्ष की कहानी को लेकर आपकी क्या राय है? कमेंट में जरूर बताएं!