
मुंबई | 1 मई 2025
भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के चलते भारतीय शेयर बाजार में गिरावट की आशंका जताई जा रही है। बुधवार से ही GIFT Nifty में कमजोरी देखने को मिल रही है, जो इस बात का संकेत है कि गुरुवार को शेयर बाजार में भारी उतार-चढ़ाव हो सकता है। निवेशकों के बीच डर और अस्थिरता का माहौल बन गया है।
क्या है गिरावट की वजह?
पिछले 24 घंटों में जम्मू-कश्मीर के पूंछ जिले में हुए एक आतंकी हमले के बाद भारत सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ सख्त रुख अपनाया है। इसके बाद से ही राजनीतिक और सैन्य तनाव बढ़ने की आशंका है, जिसका सीधा असर शेयर बाजार की चाल पर दिखाई दे रहा है।
GIFT Nifty में कमजोरी
1 मई को GIFT Nifty में करीब 100 से 120 अंकों की गिरावट दर्ज की गई, जबकि अंतरराष्ट्रीय बाजारों में स्थिरता बनी हुई है। यह दर्शाता है कि बाजार की चिंता का मुख्य कारण भारत-पाक तनाव ही है।
निवेशकों का रुझान बदल रहा है
शेयरों की अनिश्चितता के कारण निवेशक अब सोनें, सरकारी बॉन्ड्स और डिफेंस स्टॉक्स जैसे सुरक्षित विकल्पों की ओर बढ़ रहे हैं। विदेशी निवेशक (FII) भी फिलहाल सावधानीपूर्ण रुख अपना रहे हैं।
सरकार की कार्रवाई और बाजार की चिंता
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में कैबिनेट की सुरक्षा समिति (CCS) की बैठक बुलाई गई है। सरकार के तीखे जवाब की संभावना के चलते बाजार में बेचैनी और बढ़ गई है।
विश्लेषकों की राय
शेयर बाजार विश्लेषक अजय मेहरा के मुताबिक,
“अगर यह तनाव और गहराया तो बाजार में मिड और स्मॉल कैप स्टॉक्स पर सबसे ज्यादा दबाव आ सकता है। निफ्टी में 400 से 600 अंकों की गिरावट का जोखिम है।”
किन सेक्टर्स पर पड़ेगा सबसे ज्यादा असर?
बैंकिंग और फाइनेंस: जोखिम के चलते बिकवाली संभव इन्फ्रा और ऑटोमोबाइल: कच्चे तेल की कीमतों में उछाल से लागत बढ़ सकती है डिफेंस और फार्मा: निवेशक इन सेक्टर्स की ओर रुख कर सकते हैं
निष्कर्ष
भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ने से भारतीय शेयर बाजार में निकट भविष्य में गिरावट की संभावना है। निवेशकों को फिलहाल सतर्क रहकर ट्रेडिंग करनी चाहिए। जो लोग दीर्घकालिक निवेशक हैं, उनके लिए यह अवसर हो सकता है — मगर अल्पकालिक व्यापारियों को रिस्क मैनेजमेंट पर खास ध्यान देना होगा।