
भारत की सख्त चेतावनी: हॉटलाइन पर दिया सीधा संदेश
भारत और पाकिस्तान के बीच बीते कुछ दिनों से बढ़ते तनाव के बीच एक बार फिर भारत ने कड़े शब्दों में अपना रुख साफ कर दिया है। DGMO (डायरेक्टर जनरल ऑफ मिलिट्री ऑपरेशंस) लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घोष ने प्रेस कांफ्रेंस में जानकारी दी कि आज सुबह पाकिस्तान को हॉटलाइन के माध्यम से स्पष्ट संदेश भेजा गया है। संदेश में कहा गया है कि यदि पाकिस्तान की ओर से फिर से गोलीबारी या ड्रोन घुसपैठ की गई, तो भारतीय सेना इसका कड़ा जवाब देगी।
कल भी हुई थी बातचीत, लेकिन तोड़ा समझौता
लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घोष ने बताया कि उनकी कल दोपहर 3 बजकर 35 मिनट पर पाकिस्तान के DGMO से बातचीत हुई थी। इस बातचीत में दोनों पक्षों ने सीमा पार गोलीबारी और ड्रोन घुसपैठ को 10 मई की शाम 5 बजे से रोकने पर सहमति जताई थी। यह प्रस्ताव पाकिस्तान की ओर से आया था और 12 मई को दोपहर 12 बजे दोबारा चर्चा करने का निर्णय भी लिया गया था ताकि शांति समझौते को मजबूत किया जा सके।
रातों-रात तोड़ा समझौता
भारत की ओर से शांति प्रस्ताव का स्वागत किया गया, लेकिन यह अफसोसजनक है कि पाकिस्तान ने कुछ ही घंटों में इस समझौते को तोड़ दिया। रातभर और सुबह तक सीमा पार से गोलीबारी और ड्रोन की घुसपैठ जारी रही। भारतीय सेना ने इसका मुंहतोड़ जवाब दिया और स्थिति को नियंत्रित किया।
हॉटलाइन पर सीधा संदेश
लेफ्टिनेंट जनरल घोष ने कहा, “आज सुबह एक और हॉटलाइन संदेश पाकिस्तान को भेजा गया है। इसमें सीमा उल्लंघन का स्पष्ट उल्लेख किया गया है और यह भी साफ कर दिया गया है कि अगर इस तरह की घटनाएं दोबारा हुईं, तो भारतीय सेना उसकी कड़ी प्रतिक्रिया देगी। हमारे सेना प्रमुख ने सेना कमांडर को किसी भी कार्रवाई का माकूल जवाब देने के लिए पूरी छूट दे दी है।”
प्रेस कांफ्रेंस की मुख्य बातें
प्रेस कांफ्रेंस में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को लेकर भी विस्तृत जानकारी दी गई। भारतीय सेना ने इस ऑपरेशन के तहत पाकिस्तान में कई अहम ठिकानों को निशाना बनाते हुए बड़ी तबाही मचाई। प्रेस कांफ्रेंस की शुरुआत एक वीडियो क्लिप से हुई, जिसमें ‘शिव तांडव’ का म्यूजिक बज रहा था और भारतीय सेना की वीरता के प्रतीक दृश्य दिखाए गए।
भारतीय सेना का स्पष्ट संदेश
भारत ने स्पष्ट कर दिया है कि शांति की पहल का स्वागत किया जाएगा, लेकिन उकसाने वाली हरकतों का जवाब देने में वह बिल्कुल पीछे नहीं हटेगा। DGMO के इस कड़े संदेश के बाद अब यह देखना होगा कि पाकिस्तान की तरफ से किस प्रकार की प्रतिक्रिया सामने आती है।